माता तेरे द्वार
प्रतियोगिता हेतु
दोहा
सभी मित्रों को शारदीय नवरात्र की हार्दिक शुभकामनाएं एवं बधाई।
नौ दिन की आराधना, हुई आज आरंभ।
नव दुर्गा को पूजिए, नित्य छोड़ कर दम्भ।।
माता रानी आ गईं, कर सोलह श्रृंगार।
सिंह वाहिनी मां करो, दुष्टों का संहार।।
पूजन की थाली सजी, लेकर धूप कपूर।
हे जग जननी कीजिए, सबके संकट दूर।।
निर्धन या धनवान हो, सब करते उपवास।
नौ दिन ही नौ रूप की, करें प्रार्थना खास।।
पंडा गावे आरती, भक्त करें जयकार।
श्रृद्धा लेकर हो गये, नत माता के द्वार।।
कन्या भोजन हो रहे, और मंगलाचार।
मनभावन सबको लगे, माता का दरवार।।
मिल कर गायें आरती, प्रति दिन सांझ प्रभात।
मन इच्क्षित मां दे रही, भक्तों को सौगात।।
पान सुपारी संग में, ध्वजा नारियल फूल।
करते सब आराधना, मात न जाना भूल।।
लाल वसन तन पर सजे,लाल किए श्रृंगार।
माता रानी आ गईं, हरने भू का भार।।
मां तेरे दरवार की, महिमा बड़ी विशेष।
जगजननी की साधना, करता सारा देश।।
आदि शक्ति जगदम्बिका, करो विनय स्वीकार।
साधक बन कर आ गया, रावत तेरे द्वार।।
रचनाकार ✍️
भरत सिंह रावत
भोपाल
क्रं
Niraj Pandey
08-Oct-2021 10:06 AM
जय माता दी🙏
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Swati chourasia
07-Oct-2021 09:17 PM
Very nice 👌
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